tag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post4041897604308672149..comments2024-02-09T10:28:01.965+05:30Comments on ज़ख्म…जो फूलों ने दिये: मुझे ऐसा प्यार करना कभी आया ही नहीं vandana guptahttp://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-6255638468696126692012-12-02T16:55:32.683+05:302012-12-02T16:55:32.683+05:30प्यार की मात्रा और उसे व्यक्त करने में सदा ही भिन्...प्यार की मात्रा और उसे व्यक्त करने में सदा ही भिन्नता रही है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-78927466667239294162012-12-02T15:14:29.369+05:302012-12-02T15:14:29.369+05:30कितनी गहराई है........ प्यार बोलता नहीं, छूता नहीं...कितनी गहराई है........ प्यार बोलता नहीं, छूता नहीं... बस महसूस होता है !<br />~सादर !!!Anita Lalit (अनिता ललित ) https://www.blogger.com/profile/01035920064342894452noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-59696068464433563372012-12-02T09:15:41.651+05:302012-12-02T09:15:41.651+05:30प्यार करने वाले को जताने की जरुरत कहाँ थी , स्वतः...प्यार करने वाले को जताने की जरुरत कहाँ थी , स्वतः अभिव्यक्त हो ही रहता है !!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-57724760845841830532012-12-02T00:52:53.966+05:302012-12-02T00:52:53.966+05:30भावों का अद्भुत बिस्तार...एक कसक की अनुभूति देता.....भावों का अद्भुत बिस्तार...एक कसक की अनुभूति देता...बहुत खूब!....बढ़िया लगी ये नज़्म. बधाई! devendra gautamhttps://www.blogger.com/profile/09034065399383315729noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-85596265720728371172012-12-01T20:00:59.383+05:302012-12-01T20:00:59.383+05:30पढ़ कर तो ऐसा लगता है कि आप प्यार की पराकाष्टा पर ...पढ़ कर तो ऐसा लगता है कि आप प्यार की पराकाष्टा पर हैं. लगे रहिये, आ ही जायेगा. हम भी कभी ऐसा ही समझते थे. <br />बढ़िया ढंग से मन की गांठों को खोला है. गहराई तक जाकर भाव व्यक्त किये हैं रचना के लिए बधाई है.<br />कवि मन ऐसा होता है कि जरूरी नहीं जो लिखा जाये वह भोगा हुआ यथार्थ हो. पुरुषोत्तम पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/01590298232558765226noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-76902430360779982422012-12-01T19:59:57.057+05:302012-12-01T19:59:57.057+05:30पढ़ कर तो ऐसा लगता है कि आप प्यार की पराकाष्टा पर ...पढ़ कर तो ऐसा लगता है कि आप प्यार की पराकाष्टा पर हैं. लगे रहिये, आ ही जायेगा. हम भी कभी ऐसा ही समझते थे. <br />बढ़िया ढंग से मन की गांठों को खोला है. गहराई तक जाकर भाव व्यक्त किये हैं रचना के लिए बधाई है.<br />कवि मन ऐसा होता है कि जरूरी नहीं जो लिखा जाये वह भोगा हुआ यथार्थ हो. पुरुषोत्तम पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/01590298232558765226noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-48627661855947346072012-12-01T18:57:53.570+05:302012-12-01T18:57:53.570+05:30बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
दो दिनों से नेट नहीं चल रहा...बहुत सुन्दर प्रस्तुति!<br />दो दिनों से नेट नहीं चल रहा था। इसलिए कहीं कमेंट करने भी नहीं जा सका। आज नेट की स्पीड ठीक आ गई और रविवार के लिए चर्चा भी शैड्यूल हो गई।<br />आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार (2-12-2012) के <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow">चर्चा मंच-1060 (प्रथा की व्यथा)</a> पर भी होगी!<br />सूचनार्थ...!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-34352899125227060452012-12-01T15:20:10.396+05:302012-12-01T15:20:10.396+05:30ओह .... न जाने कैसे प्रेम की तलाश है .... ओह .... न जाने कैसे प्रेम की तलाश है .... संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-49849294761769960912012-12-01T11:44:29.356+05:302012-12-01T11:44:29.356+05:30नारी मन की सच्ची अभिव्यक्ति ...प्यार शर्तों पर नही...नारी मन की सच्ची अभिव्यक्ति ...प्यार शर्तों पर नहीं ...दिल से होता है ...Anju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-71442273777774847922012-12-01T11:44:15.008+05:302012-12-01T11:44:15.008+05:30जैसा तुमने चाहा ...
क्या बात है ... बहुत ही अच्...जैसा तुमने चाहा ... <br />क्या बात है ... बहुत ही अच्छा लिखा है आपने <br />आभार <br />सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.com