tag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post5642130977801405366..comments2024-02-09T10:28:01.965+05:30Comments on ज़ख्म…जो फूलों ने दिये: बचे रहेंगे रंग मेरी नज़र में vandana guptahttp://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-71401743204966404032018-04-11T20:18:20.047+05:302018-04-11T20:18:20.047+05:30सुंदर और सार्थक समीक्षा, कवि रविन्द्र को उनकी उल्ल...सुंदर और सार्थक समीक्षा, कवि रविन्द्र को उनकी उल्लेखनीय पुस्तक 'बचे रहेंगे रंग मेरी नजर में' के लिए बधाई, देश और समाज के लिए उनकी फ़िक्र भरी कविताएं अवश्य ही लोगों को जगाने का काम करेंगी Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-39278874528268515652018-04-09T09:37:54.718+05:302018-04-09T09:37:54.718+05:30आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (1...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (10-04-2017) को <a href="javascript:void(0);" rel="nofollow"> "छूना है मुझे चाँद को" (चर्चा अंक-2936) </a> पर भी होगी।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'<br />डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com