tag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post7177010518327244928..comments2024-02-09T10:28:01.965+05:30Comments on ज़ख्म…जो फूलों ने दिये: वो मेरा कोई नहीं था vandana guptahttp://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-80215943720886269542014-12-19T22:59:44.555+05:302014-12-19T22:59:44.555+05:30कहने को कुछ नहीं इस समय मेरे पास !कहने को कुछ नहीं इस समय मेरे पास !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-48799010509341324082014-12-19T20:28:51.265+05:302014-12-19T20:28:51.265+05:30इंसानियत मुहताज नहीं पहचान की.
आसुओं की एक ही पहचा...इंसानियत मुहताज नहीं पहचान की.<br />आसुओं की एक ही पहचान है.<br />एक ही आवाज होती है.<br />मन के - मनकेhttps://www.blogger.com/profile/16069507939984536132noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-51160460147869876882014-12-19T13:41:19.842+05:302014-12-19T13:41:19.842+05:30संवेदनशील। ।संवेदनशील। ।Pratibha Vermahttps://www.blogger.com/profile/09088661008620689973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-42435822773197718112014-12-18T20:12:27.946+05:302014-12-18T20:12:27.946+05:30आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल शुक्रवार (19-12-201... आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल शुक्रवार (19-12-2014) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> "नई तामीर है मेरी ग़ज़ल" (चर्चा-1832) </a> पर भी होगी।<br />--<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-6868301824049875302014-12-18T11:28:19.526+05:302014-12-18T11:28:19.526+05:30इन्सानियत के रिश्ते तो हैं तभी तो ऐसी हैवानियत देख...इन्सानियत के रिश्ते तो हैं तभी तो ऐसी हैवानियत देख कर आँसू लाज़िमी हैं ...हम सब भी इसी दुःख से गुजर रहे हैं mohan intzaarhttps://www.blogger.com/profile/01892478820687714901noreply@blogger.com