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बुधवार, 22 दिसंबर 2010

अछूत हूँ मैं

तुम्हारे दंभ को हवा नहीं देती हूँ
तुम्हारी चाहतों को मुकाम नहीं देती हूँ
अपने आप में मस्त रहती हूँ
संक्रमण से ग्रसित नहीं होती हूँ
तुम्हारी बातों में नहीं आती हूँ
बेवजह बात नहीं करती हूँ
तुम्हारे मानसिक शोषण को
पोषित नहीं करती हूँ
कतरा कर निकाल जाते हैं सभी
शायद इसीलिए अछूत हूँ मैं

27 टिप्‍पणियां:

  1. आदरणीय वन्दना जी
    नमस्कार !
    ...बहुत कुछ कहती आपकी रचना बेहतरीन पोस्ट
    अन्तिम पंक्ति न जाने क्या क्या कह गयी। बहुत ही सुन्दर।

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  2. इसलिए अछूत हो जाती है महिलाएं ...!
    शानदार अभिव्यक्ति !

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  3. वंदना जी नारी की दृढ़ता हो आपने बखूबी और सहज शब्दों में व्यक्त किया है.. अच्छी कविता है..

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  4. दूसरों को छू लेने की चाह ही हमें अछूत बना देती है।

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  5. Salute to ol those ppl who u kept in ur mind while writing these lines.. its really tough to live ur life on ur own terms... i hope u r one of dem.. keep writing :)

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  6. वंदना जी,नमस्कार.
    आपकी नई रचना "अछूत हूँ" मैंने पढ़ी.वाकई संवेदनापूर्ण भावों से भरी यह एक बेबाक रचना है."तुम्हारी बातों में नहीं आती हूँ". आज तो समय आ गया है कि बेवजह के शोषण से स्वयं को अलग किया जाये.चाहे कोई कुछ भी समझे. मन में बस गई यह रचना.

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  7. क्या कहूं...
    शायद शब्द ख़त्म हो गए हैं मेरेपास...:)
    बेहतरीन...

    हाँ मुसलमान हूँ मैं.. ..

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  8. बहुत गहन अभिव्यक्ति ...हाँ में हाँ नहीं मिलाई तो अछूत ही होना हुआ न ..

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  9. बहुत दृढ़ता है ... अछूत की क्या बात !

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  10. बहुत कुछ कहती सुन्दर अभिव्यक्ति!

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  11. "अछूत" कई अर्थों को वयां करती हुई रचना , बधाई

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  12. सुन्दर सन्देश देती हुई!
    प्रेरक रचना के लिए बधाई!

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  13. बहुत सुन्दर, बेहतरीन रचना वन्दना जी !

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  14. सच है एकदम, एक-एक शब्द व्यक्तित्व की इस दृढता को प्रदर्शित कर रहा है।

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  15. ऐसी महिलायें तो अस्पृश्य हो ही जाती हैं...सत्य कहा...

    मार्गदर्शन करती प्रेरक अति प्रभावशाली अभिव्यक्ति....वाह !!!

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  16. ये पढ़कर तो मुझे भी लगना लगा कि मैं भी अछूत हूँ...
    शुक्रिया... बहुत प्यारी रचना...

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  17. दृढ़ इच्छाशक्ति को अभिव्यक्त करती बहुत अच्छी रचना।

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  18. Vndna ji...aapka likhne ka andaaz....vakiye kmaal he...neend...aur andaaz ye khaas pasnd aayaa mujhe
    aapke nye saal ki shubhkaamnaaye..:)
    take care

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