tag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post5281156541233140221..comments2024-02-09T10:28:01.965+05:30Comments on ज़ख्म…जो फूलों ने दिये: क्यों आज भी नारी को एक सुरक्षित जमीन की तलाश है?vandana guptahttp://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comBlogger30125tag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-89373508532633305092011-10-01T16:13:35.586+05:302011-10-01T16:13:35.586+05:30आग कहते हैं, औरत को,
भट्टी में बच्चा पका लो,
चाहे ...आग कहते हैं, औरत को,<br />भट्टी में बच्चा पका लो,<br />चाहे तो रोटियाँ पकवा लो,<br />चाहे तो अपने को जला लो,सियाना मस्कीनीhttps://www.blogger.com/profile/05267731982088036841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-71781614371164939012011-09-29T22:19:58.450+05:302011-09-29T22:19:58.450+05:30विचारणीय और सारगर्भित आलिख.विचारणीय और सारगर्भित आलिख.अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com)https://www.blogger.com/profile/11022098234559888734noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-49174319730584131552011-09-29T17:31:19.008+05:302011-09-29T17:31:19.008+05:30बहुत ही सम सामयिक प्रश्नों को प्रतिध्वनित करता ...बहुत ही सम सामयिक प्रश्नों को प्रतिध्वनित करता सारगर्भित आलेख ..<br />शुभ कामनाएं एवं हार्दिक अभिनन्दन !!!Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/16174745947449762169noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-14171036545112221432011-09-29T15:13:57.536+05:302011-09-29T15:13:57.536+05:30"जरूरत है तो सिर्फ सही दिशा देने की ............"जरूरत है तो सिर्फ सही दिशा देने की .........उसको उड़ान भरने देने की ............और सबसे ऊपर अपने पर विश्वास करने की और अपने निर्णय खुद लेने की ..............फिर कोई कारण नहीं कि वो आज भी सुरक्षित जमीन के लिए भटके बल्कि दूसरों को सुरक्षित जमीन मुहैया करवाने का दम रखे"<br /><br />इस निष्कर्ष से पूरी तरह सहमत। <br /><br />सादरYashwant R. B. Mathurhttps://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-6540769077225624432011-09-29T11:19:33.083+05:302011-09-29T11:19:33.083+05:30sach kaha h aapne, purani soch or andhviswaso ke c...sach kaha h aapne, purani soch or andhviswaso ke chalte or purane reeti reewajo ke chalte ye sab hota hai, ya fir nari khud bhi iske liye jimmedaar hai,Geetahttps://www.blogger.com/profile/07916683052983770611noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-83128352014686515472011-09-28T23:22:26.181+05:302011-09-28T23:22:26.181+05:30आपकी किसी नयी -पुरानी पोस्ट की हल चल कल 29 -09 - ...आपकी किसी नयी -पुरानी पोस्ट की हल चल कल 29 -09 - 2011 को यहाँ भी है <br /><br /><a href="http://nayi-purani-halchal.blogspot.com" rel="nofollow"> ...नयी पुरानी हलचल में ...उगते सूरज ..उगते ख़्वाबों से दोस्ती </a>संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-92030755790379495442011-09-28T22:59:01.990+05:302011-09-28T22:59:01.990+05:30बदलाव आ रहा है, लेकिन बहुत ही धीरे। जो महिलाएं शिक...बदलाव आ रहा है, लेकिन बहुत ही धीरे। जो महिलाएं शिक्षित, स्वतंत्र और आत्मनिर्भर हो भी रही हैं, उनसे द्वेष रखने वाले भी ज्यादा हो जाते हैं और उनके विकास में अनावश्यक बाधा डालते हैं , जिससे विकास और बदलाव प्रक्रिया धीमी हो जाती है। हर तरफ बढती असुरक्षा , स्त्री को एक ज़मीन तलाशने को मजबूर करती है।ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-67038734636466998172011-09-28T21:32:27.866+05:302011-09-28T21:32:27.866+05:30बिल्कुल सही है परिचर्चा का विषय ।मुझे लगता है कुछ ...बिल्कुल सही है परिचर्चा का विषय ।मुझे लगता है कुछ कमजोरी<br />तो महिलाओं को कुदरत ने ही दी है। <br />चाहे कितनी भी सबल हो जाये नारी<br />उसे हमेशा सुरक्षित जमीन की तलाश<br />करनी ही होगी।Dr.NISHA MAHARANAhttps://www.blogger.com/profile/16006676794344187761noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-36162673986966327222011-09-28T18:30:34.436+05:302011-09-28T18:30:34.436+05:30शारीरिक संरचना मायने रखती है, अन्यथा नारी कमज़ोर न...शारीरिक संरचना मायने रखती है, अन्यथा नारी कमज़ोर नहीं , खुद को कमज़ोर स्वीकार कर लेती है -रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-26906135347780301452011-09-28T17:53:57.669+05:302011-09-28T17:53:57.669+05:30अच्छा मुद्दा उठाया है आपने ..सराहनीय प्रयासअच्छा मुद्दा उठाया है आपने ..सराहनीय प्रयासरेखाhttps://www.blogger.com/profile/14478066438617658073noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-41004571163221470802011-09-28T10:06:07.068+05:302011-09-28T10:06:07.068+05:30सार्थक पोस्ट है...
शिक्षित और आत्मनिर्भर महिलाएं ख...सार्थक पोस्ट है...<br />शिक्षित और आत्मनिर्भर महिलाएं ख़ुद अपनी दुनिया बनाती हैं, जहां उन्हीं का राज चलता है...फ़िरदौस ख़ानhttps://www.blogger.com/profile/09716330130297518352noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-67014469442207119492011-09-28T06:59:56.475+05:302011-09-28T06:59:56.475+05:30आपने अच्छी जानकारी दी है.
शुक्रिया .आपने अच्छी जानकारी दी है.<br /><br />शुक्रिया .DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-65832182090379896912011-09-28T01:55:41.513+05:302011-09-28T01:55:41.513+05:30आपको मेरी तरफ से नवरात्री की ढेरों शुभकामनाएं.. मा...आपको मेरी तरफ से नवरात्री की ढेरों शुभकामनाएं.. माता सबों को खुश और आबाद रखे..<br />जय माता दी..Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/14112100275262110119noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-52115336644817644582011-09-28T00:19:56.512+05:302011-09-28T00:19:56.512+05:30ज्वलंत प्रश्न .
इसे भी पढ़ें ....भारत में महिलाओं क...ज्वलंत प्रश्न .<br />इसे भी पढ़ें ....भारत में महिलाओं के साथ कैसा बर्ताव ?<br /><br />http://www.ashokbajaj.com/2011/09/blog-post_27.htmlASHOK BAJAJhttps://www.blogger.com/profile/07094278820522966788noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-44271090328175462272011-09-27T19:59:01.961+05:302011-09-27T19:59:01.961+05:30बहुत ही तार्किक रूप से अपनी बात रखी है
बिलकुल सटीक...बहुत ही तार्किक रूप से अपनी बात रखी है<br />बिलकुल सटीकrashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-80481796484765640742011-09-27T19:37:37.435+05:302011-09-27T19:37:37.435+05:30सुदृढ़ आधार देना होगा हम सबको।सुदृढ़ आधार देना होगा हम सबको।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-26528770039249013992011-09-27T19:29:35.700+05:302011-09-27T19:29:35.700+05:30zamana badal raha hai...aap khud ko hi dekhiyae......zamana badal raha hai...aap khud ko hi dekhiyae... jis level per aap hain, kya wo apki ma ko prapt tha? kya utni oppertunities unhe mili? in sabke hotae huae bhi jo prshna aapne uthaya hai wo wakai tarkik hai....anita agarwalhttps://www.blogger.com/profile/17248041524309119811noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-1918089814495656582011-09-27T19:21:50.160+05:302011-09-27T19:21:50.160+05:30आप ने बहुत अच्छा और सार्थक मुद्दा उठाया ..इन सब के...आप ने बहुत अच्छा और सार्थक मुद्दा उठाया ..इन सब के निवारण के लिए स्त्रियो को ही आगे बढ़ना होगा.... बहुत सारगर्भित आलेख...आभारMaheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-61087334704894517992011-09-27T18:32:08.389+05:302011-09-27T18:32:08.389+05:30BAHUT TARK PURN DHANG SE AAPNE APNE VICHAR RAKHEN ...BAHUT TARK PURN DHANG SE AAPNE APNE VICHAR RAKHEN HAIN...SARTHAK POSTनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-63694902126251916852011-09-27T17:37:07.077+05:302011-09-27T17:37:07.077+05:30तार्किक ढंग से प्रस्तुत एक विचारणीय विन्दु जिसे ना...तार्किक ढंग से प्रस्तुत एक विचारणीय विन्दु जिसे नाकारा नहीं जा जकता.Dr.J.P.Tiwarihttps://www.blogger.com/profile/10480781530189981473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-68945608664254678792011-09-27T16:42:06.028+05:302011-09-27T16:42:06.028+05:30बहुत सुन्दर ||
बहुत सार्थक पोस्ट ||
प्रस्तुति पर ब...बहुत सुन्दर ||<br />बहुत सार्थक पोस्ट ||<br />प्रस्तुति पर बधाई ||रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-23605921680479912242011-09-27T15:55:51.534+05:302011-09-27T15:55:51.534+05:30@अजय कुमार झा जी
मैने तो ये मुद्दा सभी के आगे रखा...@अजय कुमार झा जी<br /><br />मैने तो ये मुद्दा सभी के आगे रखा है अजय जी ताकि हर कोई अपनी राय व्यक्त कर सके जिसमे स्त्रियाँ भी शामिल हों और पुरुष भी क्योंकि दोनो ही समाज के अंग हैं और दोनो मे से किसी की भी अनदेखी नही की जा सकती और ना ही दोनो के बिना जीवन सुचारु रूप से चल सकता है……………मगर इसके लिये दोनो के महत्त्व को नकारा ना जाये बल्कि स्वीकारा जाये । बराबर की मानसिकता पैदा की जाये आज इसकी जरूरत है ना कि इस बात की कि हम दोयम विचार रखें जब ऐसी सोच आ जायेगी और कभी भी किसी भी बच्ची को उसके लडकी होने से नही पहचाना जायेगा बल्कि उसे समग्रता से पहचान मिलेगी तभी हम सब अपने लक्ष्य को पाने मे कामयाब हो सकते है । हमे इसी सोच को बदलना होगा आखिर कब तक नारी दूसरों के सहारे को तरसेगी उसे खुद आगे बढना होगा तभी कोई स्थान अपने लिये बना सकेगी नही तो ये परम्परावादी सोच कि नारी अकेली कभी सुरक्षित नहि रह सकती उससे उसके जीने के अधिकार छीनती ही रहेगी। कोई भी सुधार एक दिन मे नही आता इसके लिये धैर्य की जरूरत है और साथ ही प्रयास करते रहने की ताकि हम सबको जागृत कर सकें क्योंकि जो संस्कारो और परम्पराओ के नाम पर , डर के नाम पर बीज बोये है उनकी जडें बहुत गहरी है और उन्हे धीरे धीरे ही बदलना होगा बस इसके लिये सामूहिक प्रयास की ही जरूरत है। आपका इन्तज़ार है अजय जी ।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-7861545810227028922011-09-27T15:28:17.960+05:302011-09-27T15:28:17.960+05:30आपने बहुत ही तार्किक ढंग से बात रखी है।आपने बहुत ही तार्किक ढंग से बात रखी है।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-9932490041611887782011-09-27T15:21:04.198+05:302011-09-27T15:21:04.198+05:30बहुत सटीक बातें कहीं हैं ... पोस्ट पर शब्द पूरे नह...बहुत सटीक बातें कहीं हैं ... पोस्ट पर शब्द पूरे नहीं दिख रहे ..हर लाईन नीचे से आधी ही दिख रही है ...मैंने तो टिप्पणी कि जगह पूरी पोस्ट पढ़ी :):) <br /><br />सार्थक लेखनसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-89057899716095830042011-09-27T14:10:47.581+05:302011-09-27T14:10:47.581+05:30बहुत सार्थक प्रश्न उठाये हैं. आज नारी को अपने स्वर...बहुत सार्थक प्रश्न उठाये हैं. आज नारी को अपने स्वर को उठाना ही होगा और समाज के सभी वर्गों को उसका साथ देना चाहिए. बहुत सारगर्भित आलेख...आभारKailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.com