tag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post5737063155912137586..comments2024-02-09T10:28:01.965+05:30Comments on ज़ख्म…जो फूलों ने दिये: ए कहाँ हो ?vandana guptahttp://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-12143069608867194802015-02-16T16:55:32.313+05:302015-02-16T16:55:32.313+05:30"क्या आज एक नज़्म नहीं लिखोगे
फिर से उसी मोह..."क्या आज एक नज़्म नहीं लिखोगे <br />फिर से उसी मोहब्बत के नाम"<br />अत्यंत भावपूर्ण रचना। हिमाँशु अग्रवालhttps://www.blogger.com/profile/05855356962795596455noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-35628867809374469412015-02-15T12:33:41.975+05:302015-02-15T12:33:41.975+05:30मोहब्बत जहां दस्तक दे उस दर के क्या कहने।मोहब्बत जहां दस्तक दे उस दर के क्या कहने।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-30568287331174209842015-02-15T08:32:12.101+05:302015-02-15T08:32:12.101+05:30बहुत सुंदर और प्रभावी रचना॥ बहुत सुंदर और प्रभावी रचना॥ Neeraj Neerhttps://www.blogger.com/profile/00038388358370500681noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2962073777377545256.post-43006380983308105642015-02-14T17:37:43.045+05:302015-02-14T17:37:43.045+05:30सार्थक प्रस्तुति।
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आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा क...सार्थक प्रस्तुति।<br />--<br />आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल रविवार (15-02-2015) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> "कुछ गीत अधूरे रहने दो..." (चर्चा अंक-1890) </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />पाश्चात्य प्रेमदिवस की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ...<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com