कुछ पल का मिलना
फिर बिछड़ जाना
क्या जरूरी है ?
कुछ देर रुके होते
दो बात की होती
कुछ अपनी कही होती
कुछ मेरी सुनी होती
कुछ दर्द लिया होता
कुछ दर्द दिया होता
कुछ अपनी बेचैनियों का
कोई राज़ दिया होता
कुछ वादे मोहब्बत के किये होते
कुछ शिकवे वफाओं के किये होते
कुछ अपने भरम तोड़े होते
कुछ नए भरम दिए होते
कुछ दिल के टुकड़े किये होते
कुछ चुन लिए होते
कुछ बिखर गए होते
कुछ पल यूँ ही तेरे आगोश में
हम जी लिए होते
कुछ पल तो मोहब्बत की
बरखा में भीग लिए होते
मिलने की हसरतों के
हर अरमान जी लिए होते
जुदाई के लम्हों को
फिर हम सह लिए होते
यूँ तेरी मोहब्बत में
कुछ जी लिए होते
कुछ मर लिए होते
बहुत बढ़िया...
जवाब देंहटाएंकाश तुम आये होते तो कुछ अश्क हमने भी बहा लिए होते...
ख्वाहिशें जैसे बस ख्वाहिशें ही रह गयीं ...ऐसा स कुछ चित्रण ..प्रवाहमयी रचना ..
जवाब देंहटाएंBahut sundar
जवाब देंहटाएंकुछ पल का मिलना
फिर बिछड़ जाना
क्या जरूरी है ?....
जुदाई के लम्हों को
फिर हम सह लिए होते
यूँ तेरी मोहब्बत में
कुछ जी लिए होते
कुछ मर लिए होते....
आप ने तो मेरी कहानी बया कर दी...:-(
Bahut khubsurat bhavpurn abhivyakti...Shubhkaamnaae!!
जवाब देंहटाएंउदात प्रेम की एक और दास्तान -बहुत खूबसूरत !
जवाब देंहटाएंसुन्दर ...वक्त की अपनी मजबूरी होती है ...कवियत्री जी का मन तो अपनी पंक्तियाँ खोज ही लेगा ।
जवाब देंहटाएंक्या बात है वन्दनाजी दिल से निकली कविता है। बधाई।
जवाब देंहटाएंप्रेम को कितने गहरे जा कर लिखा है आपने.. अंतिम पंकितयां दिल में उतर गई..
जवाब देंहटाएं"...यूँ तेरी मोहब्बत में
कुछ जी लिए होते
कुछ मर लिए होते "
यूँ ही जी लिए होते ...
जवाब देंहटाएंसुन्दर अभिव्यक्ति ..!
आज की पोस्ट की मैं मन से प्रशंसा करता हूँ!
जवाब देंहटाएंआपके लेखन में वाकई में सुधार आया है!
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बहुत-बहुत बधाई!
बड़ी भावुक रचना।
जवाब देंहटाएंgood one....
जवाब देंहटाएंvndnaa bahn ji aadaab chnd kliyaa chun kr nishaat ki ,muddton mehle yaas rhte hen
जवाब देंहटाएंunse milnaa khushi ki baat shi
unse milkr aksr udaas rhte hen isis anaaz men aapne isse behtr kvitaa likhe he so bdhayi ho . akhtar khan akela kota rajsthan
काश!!!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दरता से भाव उकेरे.
सुन्दर रचना। शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंबहुत भावपूर्ण .. सुंदर अभिव्यक्ति !!
जवाब देंहटाएंek mohabbat ki zindagi me jitna bhi hota honga , wo sab to aapne likh hi diya hai , shabd , shabd na hokar , jazbaat bane hue hai ..
जवाब देंहटाएंएक मोहब्बत में इतना कुछ। सच मोह्ब्बत में बहुत कुछ होता है एक वो जो दिखता है और दूसरा वो दिखता नही है।
जवाब देंहटाएंकुछ पल तो मोहब्बत की
बरखा में भीग लिए होते
सबसे सुन्दर लगी ये लाईन।