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शुक्रवार, 23 मार्च 2012

सुस्वागतम




नमन करूँ

बारम्बार तुम्हें माँ 


जीवन धन्य 





दर्शन पाऊँ 


दिव्य ज्योति निहारूँ 


एक हो जाऊँ 





महिषासुर 


"मैं" रुपी अंतस में 


मर्दन करो




कृपा बरसे


होवे जीवन धन्य 


हर घर में 





फंद छुड़ाओ


लोभ मोह अहं के 


पूर्णत्व पाऊँ 





तुम्हारे साथ 


आत्म विलास पाऊँ 


धन्य हो जाऊँ
 






सुस्वागतम 

नव संवत्सर हो  

मंगलमय  









सभी को नवरात्रि शुभ हो  

22 टिप्‍पणियां:

  1. नव संवत्सर की शुभकामनाये . देखिएगा जाने क्यों मुझे पंक्तिया ओवरलेप दिख रही है .

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  2. आपको भी अनंत शुभकामनाएं ...

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  3. नव संवत्सर की हार्दिक शुभकामना....

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  4. नव वर्ष की शुभकामनायें ... सुंदर प्रार्थना ....

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  5. नवरात्रि की शुभकामनाएँ............पर लिखा हुआ सही से नहीं दिख रहा

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  6. अंजू अब देखकर बताओ सही दिख रहा है या नहीं क्योंकि मेरे यहाँ तो सब सही दिख रहा है।

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  7. आपको भी संवत वर्ष की हार्दिक शुभकामनाये !

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  8. बीच के चार छंद स्पष्ट नहीं नजर आ रहे
    है!

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  9. सुन्दर प्रार्थना..नवरात्रि की शुभकामनायं....

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  10. नवसंवत्सर की हार्दिक शुभकामनाएँ|

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  11. बहुत सुंदर भक्तिमय प्रस्तुति...नवरात्रि की शुभकामनाएं!

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  12. नव वर्ष की बहुत - बहुत बधाई !
    मैं ब्लॉग जगत में नया हूँ मेरा मार्ग दर्शन करे
    http://rajkumarchuhan.blogspot.in

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  13. जय माता रानी !
    बहुत भावपूर्ण सुंदर रचना लिखी है आपने ...
    बधाई !

    आदरणीया वन्दना जी
    अवसर के अनुरूप लेखन के लिए आभार!

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  14. नवरात्रि की ढेरों शुभकामनायें।

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  15. नव संवत्सर का आरंभन सुख शांति समृद्धि का वाहक बने हार्दिक अभिनन्दन नव वर्ष की मंगल शुभकामनायें/ सुन्दर प्रेरक भाव में रचना बधाईयाँ जी /

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  16. माँ को समर्पित भावपूर्ण पावन हाईकु रचनाएँ.... बहुत सुंदर।
    सादर बधाईया

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