नमन करूँ
बारम्बार तुम्हें माँ
जीवन धन्य
दर्शन पाऊँ
दिव्य ज्योति निहारूँ
एक हो जाऊँ
महिषासुर
"मैं" रुपी अंतस में
मर्दन करो
कृपा बरसे
होवे जीवन धन्य
हर घर में
फंद छुड़ाओ
लोभ मोह अहं के
पूर्णत्व पाऊँ
तुम्हारे साथ
आत्म विलास पाऊँ
धन्य हो जाऊँ
सुस्वागतम
नव संवत्सर हो
मंगलमय
सभी को नवरात्रि शुभ हो
नव संवत्सर की शुभकामनाये . देखिएगा जाने क्यों मुझे पंक्तिया ओवरलेप दिख रही है .
जवाब देंहटाएंआशीष जी यहाँ तो सही दिख रही हैं।
हटाएंआपको भी अनंत शुभकामनाएं ...
जवाब देंहटाएंनव संवत्सर की हार्दिक शुभकामना....
जवाब देंहटाएंनवरात्रि शुभ हो
जवाब देंहटाएंनव वर्ष की शुभकामनायें ... सुंदर प्रार्थना ....
जवाब देंहटाएंनवरात्रि की शुभकामनाएँ............पर लिखा हुआ सही से नहीं दिख रहा
जवाब देंहटाएंअंजू अब देखकर बताओ सही दिख रहा है या नहीं क्योंकि मेरे यहाँ तो सब सही दिख रहा है।
जवाब देंहटाएंnavsamvatsar ki hardik shubhkamnayen .
जवाब देंहटाएंआपको भी संवत वर्ष की हार्दिक शुभकामनाये !
जवाब देंहटाएंबीच के चार छंद स्पष्ट नहीं नजर आ रहे
जवाब देंहटाएंहै!
जय जय माँ अम्बे.
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रार्थना..नवरात्रि की शुभकामनायं....
जवाब देंहटाएंनवसंवत्सर की हार्दिक शुभकामनाएँ|
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर भक्तिमय प्रस्तुति...नवरात्रि की शुभकामनाएं!
जवाब देंहटाएंनव वर्ष की बहुत - बहुत बधाई !
जवाब देंहटाएंमैं ब्लॉग जगत में नया हूँ मेरा मार्ग दर्शन करे
http://rajkumarchuhan.blogspot.in
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जय माता रानी !
बहुत भावपूर्ण सुंदर रचना लिखी है आपने ...
बधाई !
आदरणीया वन्दना जी
अवसर के अनुरूप लेखन के लिए आभार!
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नव संवत् का रवि नवल, दे स्नेहिल संस्पर्श !
पल प्रतिपल हो हर्षमय, पथ पथ पर उत्कर्ष !!
-राजेन्द्र स्वर्णकार
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*चैत्र नवरात्रि और नव संवत २०६९ की हार्दिक बधाई !*
*शुभकामनाएं !*
*मंगलकामनाएं !*
नवरात्रि की ढेरों शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएंनव संवत्सर का आरंभन सुख शांति समृद्धि का वाहक बने हार्दिक अभिनन्दन नव वर्ष की मंगल शुभकामनायें/ सुन्दर प्रेरक भाव में रचना बधाईयाँ जी /
जवाब देंहटाएंhaaiku shaily me likhi maa ki vandana bahut behtreen.
जवाब देंहटाएंमाँ को समर्पित भावपूर्ण पावन हाईकु रचनाएँ.... बहुत सुंदर।
जवाब देंहटाएंसादर बधाईया