हाय रे वो श्याम क्यूँ ना आये
रो रो बीतीं रतियाँ सारी
उम्र भी हो गयी आज बंजारिन
हाय रे वो श्याम क्यूँ ना आये
प्रीत की रीत निभानी छोड़ी
मेरी बारी क्यूँ रीत है तोड़ी
बावरी हो गयी प्रीत निगोड़ी
हाय रे वो श्याम क्यूँ ना आये
दरस बिन अँखियाँ तरस गयीं
बिन बदरा के बरस गयीं
श्याम छवि में अटक गयीं
हाय रे वो श्याम क्यूँ ना आये
श्याम को लिखती रोज हूँ पाती
बिन पते के वापस आ जाती
कित ढूंढूं मै तुमको मोहन
अब तो दे दो मुझको दर्शन
हाय रे वो श्याम क्यूँ ना आये
सुंदर भाव लिए अच्छी प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंmann se chaho aur khuda n mile - ho hi nahi sakta
जवाब देंहटाएंab to aana hi padega shyam ko..
जवाब देंहटाएंkunwar ji,
सुन्दर भक्तिमयी प्रस्तुति..
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर भक्तिभाव से ओतप्रोत रचना...जय श्री कृष्ण
जवाब देंहटाएंआपकी किसी नयी -पुरानी पोस्ट की हल चल बृहस्पतिवार 05-04-2012 को यहाँ भी है
जवाब देंहटाएं.... आज की नयी पुरानी हलचल में ......सुनो मत छेड़ो सुख तान .
बहुत भावपूर्ण रचना।
जवाब देंहटाएंश्याम को लिखती रोज हूं पाती,
जवाब देंहटाएंबिन पते के वापस आ जाती ...
वाह .. वाह.. बहुत खूब ।
बहुत खूब
जवाब देंहटाएंभक्ति और विरह का बढ़िया संगम |
बधाई |
वन्दना जी-- अच्छी कविता है..व सुन्दर भाव हैं...
जवाब देंहटाएं--वो श्याम ...से अर्थ निकलता है कि ’श्याम कई है”......या अपने किसी अपने विशेष श्याम की बातें होरही हैं न कि राधाजी के श्याम की...
--अतः यदि जग प्रसिद्ध ’श्याम’ की बात हो रही है तो..."वो" ..शब्द निरर्थक व अनावश्यक है, सिर्फ़ ’श्याम नहीं आये’ ही
अभीष्ट अर्थदायी है.. ...
--- पन्क्तियों में मात्रायें भी गिन लिया कीजिये..जो सब में समान होनी चाहिये...
श्याम श्याम हो गया माहोल.
जवाब देंहटाएंachha virah varnan..
जवाब देंहटाएंआपकी पोस्ट कल 5/4/2012 के चर्चा मंच पर प्रस्तुत की गई है
जवाब देंहटाएंकृपया पधारें
http://charchamanch.blogspot.com
चर्चा - 840:चर्चाकार-दिलबाग विर्क
बहुत सुंदर गीतमई रचना ...वंदना जी ...
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें ...
prem jagt ka sara hai baki sab janjal
जवाब देंहटाएंprem ji jivnka aadhar hi baki sab wrth ki bate hai
जवाब देंहटाएंवंदना जी बहुत सुंदर गीत लिखा आपने
जवाब देंहटाएंबिलकुल भक्ति प्रेम में डूबा हुआ ....
sundar rachna .......
जवाब देंहटाएंhttp://jadibutishop.blogspot.com
सुन्दर भक्तिमय रचना...
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति....
sundar post hae.aabhar
जवाब देंहटाएंkya baat hei ...ati subder ..
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर भावमय प्रस्तुति.
जवाब देंहटाएंअब तो श्याम को आना ही पड़ेगा.
डॉ श्याम तो आ ही चुके हैं.
वो वाले भी जरूर आयेंगें,वंदना जी.
क्योंकि जो दिल से पुकारे,
वो भी उसी के ही हैं जी.