ज़िन्दगी दो पल चैन से
हमें जीने नही देती
और तेरा ख्याल
हमें मरने नही देता
मुश्किल से मिले पलों को
संजोने नही देती
मेरी बातें अधूरी रह जाती हैं
ख्वाब अधूरे रह जाते हैं
अरमान अधूरे रह जाते हैं
हमारा साथ अधूरा रह जाता है
पल पल मिलने को
तरसते बेचैन दिलों को
क्यूँ करार आने नही देती
क्यूँ ज़िन्दगी दो पल चैन से
हमें जीने नही देती
कुछ तेरी आंखों की नमी को
होठों की कशिश को
चेहरे के तबस्सुम को
गालों की लाली को
तेरे बहकते हुए जज्बातों को
बरसने नही देती
क्यूँ ज़िन्दगी दो पल हमें
चैन से जीने नही देती
कभी तू करे इंतज़ार
कभी मैं करूँ इंतज़ार
इस इंतज़ार करने में
ज़िन्दगी हुयी तमाम
अब रूहों को
खामोशी से
जन्नत में मिलने
का है इंतज़ार
तब तो शायद ज़िन्दगी
खामोश हो जायेगी
रूहों के मिलन मैं
न आडे आएगी
कुछ पलों के लिए ही सही
रूहों को सुकून तो मिलेगा
जो ज़िन्दगी ने न दिया
वो मौत दे जायेगी
रचना बहुत भावपूर्ण व बढिया है लेकिन निराशा झलकती है।बहुत गहराई से निकली हैं यह पंक्तियां-
जवाब देंहटाएंतब तो शायद ज़िन्दगी
खामोश हो जायेगी
रूहों के मिलन मैं
न आडे आएगी
कुछ पलों के लिए ही सही
रूहों को सुकून तो मिलेगा
जो ज़िन्दगी ने न दिया
वो मौत दे जायेगी
bahut sunder bhavavyakti haimagar marne ki baat mat keejiye bus jeenaa seekh lijye kisi ke bina
जवाब देंहटाएंvandana ji
जवाब देंहटाएंइस इंतज़ार करने में
ज़िन्दगी हुयी तमाम
अब रूहों को
खामोशी से
जन्नत में मिलने
का है इंतज़ार
तब तो शायद ज़िन्दगी
खामोश हो जायेगी
रूहों के मिलन मैं
न आडे आएगी
कुछ पलों के लिए ही सही
रूहों को सुकून तो मिलेगा
जो ज़िन्दगी ने न दिया
वो मौत दे जायेगी
bahut sundar ..
badhai
अतिसुन्दर ,भावपूर्ण.../
जवाब देंहटाएंकुछ पलों के लिए ही सही
जवाब देंहटाएंरूहों को सुकून तो मिलेगा
जो ज़िन्दगी ने न दिया
वो मौत दे जायेगी|
वाह, सुकून भी मिला तो कब? क्या वो सच में सुकून ही है!
bahut khoob:
जवाब देंहटाएं//मेरी बातें अधूरी रह जाती हैं
ख्वाब अधूरे रह जाते हैं
अरमान अधूरे रह जाते हैं
हमारा साथ अधूरा रह जाता है//
ek din meri bhi manodasha manfi rahi thi to ye kshnika bani:
युगों से...
एक कविता लिखने बैठा हूँ,
जो...
पूरी ही नहीं होती।
मेरी कविता...
मेरा जीवन...
मेरा आत्मज्ञान....
और हा,
...मेरा प्रेम।
पल पल मिलने को
जवाब देंहटाएंतरसते बेचैन दिलों को
क्यूँ करार आने नही देती
क्यूँ ज़िन्दगी दो पल चैन से
हमें जीने नही देती
वाह एक बढ़िया नज्म...उम्दा।
आपने तो जिदंगी कही रंगो में रंगा है। और हर रंग एक हकीकत कहता है।
जवाब देंहटाएंज़िन्दगी दो पल चैन से
हमें जीने नही देती
और तेरा ख्याल
हमें मरने नही देता
क्या कहे ...........