राधाष्टमी की हार्दिक बधाईयाँ
राधा जू ने जन्म लियो है
बरसाने में धूम मचो है
भक्तों के ह्रदय हुलस रह्यो है
बृषभानु आँगन दमक रह्यो है
बृजनारी मंगल गा रही हैं
आओ मनावे सखी मंगल आज
राधा बिना तो कृष्ण भी आधा
प्रेम रस ने जनम लियो है
प्रेम की नयी प्रीत गढ्यो है
बजने लगे बधावे आज
वंशी की धुन प्रगट भई आज
कृष्ण को पूर्ण करने आई किशोरी आज
देखो प्रेम रंग उमड रह्यो है
बृज आँगन कैसे हुलस रह्यो है
शंख ध्वनि गूंज रही है
दुंदुभी भी बाज रही है
देवता स्तुति कर रहे हैं
राधा जू को नमन कर रहे हैं
अद्भुत दृश्य छा गया है
राधे का चमत्कार छा गया है
मुखकमल सभी खिल गये हैं
राधे राधे जप रहे हैं
प्रेम की वर्षा मे भीग रहे हैं
राधे कृपा दृष्टि को तरस रहे हैं
चरण रज पाने को भटक रहे हैं
जन्मो की प्यास बुझा रहे है
एकटक दर्शन कर रहे हैं
राधा रंग बरस रह्यो है
राधा रंग बरस रह्यो है…………
बहुत अच्छी और प्रेरक रचना है|
जवाब देंहटाएंराधा जी का जनम दिन मुबारक ... इस दिन का पता नहीं था मुझे तो ... आपका शुक्रिया ...
जवाब देंहटाएंजन्मो की प्यास बुझा रहे है
जवाब देंहटाएंएकटक दर्शन कर रहे हैं
राधा रंग बरस रह्यो है
राधा रंग बरस रह्यो
राधा रंग बरसाकर आपने
वातावरण भक्तिमय बना दिया
है,वंदना जी.
बहुत बाहर आभार आपका.
आपको भी हार्दिक बधाई.