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शनिवार, 13 अप्रैल 2013

कविता जो पुरस्कृत हुयी

दोस्तों 
 नेता जी सुभाष इंस्टीटयूट (NSIT)  KE IEEE BRANCH  में आयोजित "WOMEN EMPOWERMENT AND WOMEN SECURITY "प्रतियोगिता में मेरी कविता "शतरंज के खेल में शाह और मात देना अब मैंने भी सिख लिया है " को द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ और एक टी शर्ट ,२ ० ० रूपये का चैक , एक पैन और सर्टिफिकेट प्राप्त हुआ ।







24 टिप्‍पणियां:

  1. Congrats!!!
    Poem bhi padhne ko mil jaati to sone pe suhaaga ho jata :)

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  2. @monali ji aap is link par ye kavita padh sakti hain kyonki yahan lagati to post kafi badi ho jati

    http://vandana-zindagi.blogspot.in/2012/09/blog-post_10.html

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  3. शुभकामनायें . नवसंवत्सर की बहुत बहुत शुभकामनायें हम हिंदी चिट्ठाकार हैं

    BHARTIY NARI
    PLEASE VISIT .

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  4. वंदना जी, आपको मिले पैन और बेग अनमोल है। ये आपकी सोच और लेखन प्रतिभा का फल है। हम सरीखे पाठक आपके शुभचिंतक भी हैं। बधाई के साथ आपको शुभकामना व्यक्त करते हैं कि मां सरस्वती का आशीवार्द यूं ही बना रहे।

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  5. वंदना जी, आपको मिले पैन और बेग अनमोल है। ये आपकी सोच और लेखन प्रतिभा का फल है। हम सरीखे पाठक आपके शुभचिंतक भी हैं। बधाई के साथ आपको शुभकामना व्यक्त करते हैं कि मां सरस्वती का आशीवार्द यूं ही बना रहे।

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  6. वंदना जी हार्दिक बधाई
    पर आपकी कविता से तो वंचित ही रह गए
    ''माँ वैष्णो देवी ''

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  7. वाह बहुत बहुत बधाई हो वंदना जी।

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  8. @sarita bhatia ji us kavita ko aap is link par padh sakti hain

    http://vandana-zindagi.blogspot.in/2012/09/blog-post_10.html

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  9. वंदना जी बहुत बहुत बधाई ! सादर ...

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  10. बधाई .. शशक्त लेखन को पहचाना गया ... इस बात की बधाई ...

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