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रविवार, 27 जुलाई 2014

जैसे कोई स्वप्न साकार हुआ हो

डायलॉग में सदी के शीर्ष कवि केदार नाथ सिंह को ज्ञानपीठ मिलने पर नागरिक अभिनंदन और बधाई और उनका एकल कविता-पाठ के सुअवसर पर उनसे रु-ब-रु होने का छोटा सा मौका हमने भी सहेज लिया ……एक अनमोल पलों का साक्षी बन खुद को गौरान्वित महसूसा ……जैसे कोई स्वप्न साकार हुआ हो 

















3 टिप्‍पणियां:

  1. वाह..बहुत अनमोल क्षण रहे होंगे..

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  2. प्रिय ब्लॉगर
    आपका पोस्ट ब्लॉगप्रहरी पर प्रकाशित हो रहा है, अपने पोस्ट को अधिक से अधिक पाठकों के बीच पहुचाने के लिए ब्लॉगप्रहरी पर अपनी सक्रियता बनाये रखें !
    धन्यबाद

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  3. प्रिय ब्लॉगर
    आपका पोस्ट ब्लॉगप्रहरी पर प्रकाशित हो रहा है, अपने पोस्ट को अधिक से अधिक पाठकों के बीच पहुचाने के लिए ब्लॉगप्रहरी पर अपनी सक्रियता बनाये रखें !
    धन्यबाद

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