जब भी मेरी यादों की दुल्हन सँवरती है
तो इन्हीं उलझनों मे उलझती है
क्या आज भी तू उसकी मांग में
मेरे नाम का सिन्दूर भरता है
क्या आज भी तू उसके गले में
कुछ काले मोती मेरी मोहब्बत के
धागे में पिरोकर पहनाता है
क्या आज भी तेरे अक्स में
मेरा वो ही अक्स उभरता है
जिसमे तूने मुझे कैद कर रखा है
देख तो सही .......
..........
पिंजरे में बंद मैना का तड़पना
लगता है नहीं करोगे मुक्त कभी
तभी मेरे पंखों में इतनी
मिचलाहट हो रही है
दर्द तुझे होता है तो
पंख मेरा झड़ता है
ओह ! नहीं जानती थी ...
........
यादों की जंजीरों में जकड़े वजूदों की नज़रें नहीं उतरा करतीं
तो इन्हीं उलझनों मे उलझती है
क्या आज भी तू उसकी मांग में
मेरे नाम का सिन्दूर भरता है
क्या आज भी तू उसके गले में
कुछ काले मोती मेरी मोहब्बत के
धागे में पिरोकर पहनाता है
क्या आज भी तेरे अक्स में
मेरा वो ही अक्स उभरता है
जिसमे तूने मुझे कैद कर रखा है
देख तो सही .......
..........
पिंजरे में बंद मैना का तड़पना
लगता है नहीं करोगे मुक्त कभी
तभी मेरे पंखों में इतनी
मिचलाहट हो रही है
दर्द तुझे होता है तो
पंख मेरा झड़ता है
ओह ! नहीं जानती थी ...
........
यादों की जंजीरों में जकड़े वजूदों की नज़रें नहीं उतरा करतीं
बहुत अच्छी कविता है मेरे अंतर मन को छू गयी। मेरे ब्लौग http://www.kuldeepkikavita.blogspot.com पर आना।
जवाब देंहटाएंयादों में जकड़ा वजूद मुक्त ही नहीं होता
जवाब देंहटाएंयादों की जंजीरों में जकड़े वजूदों की नज़रें नहीं उतरा करतीं
जवाब देंहटाएंसुन्दर बात
यादों का कोई अस्तित्व नहीं होता...पर कितना दंश देती हैं यादें...
जवाब देंहटाएंयादों में न जाने क्या क्या आ जाता है ... प्रवाहयुक्त प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंwah behtareen bhav aakrosh ke sath tewar barkaraar rahe
जवाब देंहटाएंभावनाओं की लहरों में बहा ले जानेवाली नज़्म...मुबारक हो.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएंआपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार (09-09-2012) के चर्चा मंच पर भी होगी!
सूचनार्थ!
यादों के वज़ूद को भावों से सवांरा है.
जवाब देंहटाएंयादों का गहरापन उकेरते शब्द।
जवाब देंहटाएंअपनी यादों को जैसे याद करो ...वो उसी रूप में आपके सामने आ जाती है.....
जवाब देंहटाएंयादों की इस जकडन से मुक्ति नहीं मिल पाती कभी ... गहरी यादें ...
जवाब देंहटाएंahh..memories...bauhat accha...last line to ekdum kamaal hai :)
जवाब देंहटाएंसुन्दर पोस्ट।
जवाब देंहटाएंसुंदर रचना...
जवाब देंहटाएंयादें अमिट होती हैं उनका वजूद इंसान के चले जाने के बाद भी कायम रहता है
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया चिंतनशील प्रस्तुति