तुम मानो या ना मानो
मुझे पता है
प्यार करती हो मुझे
तुम स्वीकारो या ना स्वीकारो
मुझे पता है
तुम्हारा हूँ मैं
अश्क भी आते नही
दर्द भी होता नही
तू पास होकर भी
अब पास होता नही
इक आती सांस के साथ
तेरे आने की आस बँधी
और जाती सांस के साथ
हर आस टूट गयी
तेरी पुकार में ही
दम ना था
मैं तो किनारे
ही खड़ी थी
किनारे की मिटटी को
छूकर तो देख
मेरे अश्क से
भीगी मिलेगी
दिल के तारों को
छेडकर तो देख
मेरे ही गीत
गाते मिलेंगे
लम्हों के पास
आकर तो देख
तेरे मेरे प्यार के
फ़साने ही मिलेंगे
या तो
याद बना ले मुझको
या याद बन जा
यादों के आने जाने से
पास होने का
अहसास होता है
23 टिप्पणियां:
bahut he badiya keep it up . . . .
बहुत ही सहज लेकिन प्रभावी!!
नहीं और नही पर ध्यान दें!!
wah... bahut khoob... ye to kisi ashiq ki juban lagti hai.. sabko pasand aayegi kyoki ki sabhi me ek ashiq chupa hota hai...
keep it up ...
nice one !
kya baat hai
तेरी पुकार में ही
दम ना था
मैं तो किनारे
ही खड़ी थी
Man ke bhavon ki sundar avivyakti achhi lagi..
सभी शब्द-चित्र दिल को छूनेवाले हैं!
सुन्दर प्रस्तुति के लिए बधाई!
"तेरी पुकार में ही
दम ना था
मैं तो किनारे
ही खड़ी थी"
"बहुत कुछ कहती" शानदार रूहानी क्षणिकाओं के लिए आभार और बधाई.
या तो
याद बना ले मुझको
या याद बन जा
यादों के आने जाने से
पास होने का
अहसास होता है
Ati Sundar !
अच्छी क्षणिकाएं, सुन्दर भाव चित्र,सहज़ सम्प्रेषण---न व ना पर ध्यान दें.
sahi kaha aapne...
yaadon ke aane jaane se he ehsaas hota hai...
sadgi se ot-prot sunder asardaar kshanikaye.
बहुत बेहतरीन प्रस्तुति रही!
अरे, मैने तो शायद कमेंट कर दिया था. :)
या तो
याद बना ले मुझको
या याद बन जा
यादों के आने जाने से
पास होने का
अहसास होता है ...
बहुत अच्छी क्षणिकाएँ हैं .......... आखरी वाली तो बहुत कमाल है ....... यादों का साया साथ हो तो अकेलेपन का एहसास नही होता .........
abhi to padha hai , thoda sa ji loon , inko , phir comment karta hoon ji
’यादों के आने जाने से पास होने का एहसास होता है”
खूबसूरत जज्बात
यादों के खूबसूरत दृश्य दिखायें है आपने, धन्यवाद।
वन्दना जी भाव बहुत अच्छे है लेकिन कविता को शिल्प मे ढालने के लिये और मेहनत करनी होगी । अभी कविता नही बनी है ।
या तो
याद बना ले मुझको
या याद बन जा
यादों के आने जाने से
पास होने का
अहसास होता है,....
बहुत सुंदर एहसास के साथ ...... सुंदर रचना...
नोट: लखनऊ से बाहर होने की वजह से .... काफी दिनों तक नहीं आ पाया ....माफ़ी चाहता हूँ....
यादों के आने जाने से
पास होने का
अहसास होता है
यादों की आहट, एहसासों की सरगोशियाँ शायद घनीभूत हुई है.
बहुत सुन्दर रचनाएँ
या तो
याद बना ले मुझको
या याद बन जा
यादों के आने जाने से
पास होने का
अहसास होता है,....
बहुत सुन्दर क्षणिकायें हैं शुभकामनायें
bahut sundar rachna bahut sundar
बहुत बेहतरीन क्षणिकाएं!! बधाई।
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