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शनिवार, 14 अगस्त 2010

वन्दे मातरम कहते जाओ

वन्दे मातरम कहते जाओ
आस्तीनों में साँप पाले जाओ

ए खुदा के नामुराद बन्दों 
देश को लूट - खसोटे जाओ

कल की फिक्र तुम ना करना
बस आज जेबें भरते जाओ

जनता मरती है मरने दो 
बस तुम अमरता को पा जाओ 

शहीद की कुर्बानी को भी तुम
अपना मान बनाये जाओ 

सत्ता के गलियारों में बस
अपनी रोटियां सेंके जाओ

भूखी बिलखती जनता से तुम
जीने  का हक़ छीने जाओ

सपनों के भारत के नाम पर
जनता का शोषण किये जाओ 


भ्रष्टाचार की जमीन पर तुम
अपनी गोटियाँ बिछाये जाओ 

आज़ादी की वर्षगाँठ पर 
आज़ादी को रुलाये जाओ 

तिरंगे का अपमान  करके 
वन्दे मातरम कहते जाओ


 

27 टिप्‍पणियां:

Coral ने कहा…

बहुत कड़वे बोल दिए है आपने ...पर सच है

बहुत सुन्दर रचना ..बधाई

M VERMA ने कहा…

कड़वा सच बयान कर दिया आपने तो...

Ashish Khandelwal ने कहा…

सोचने पर मजबूर कर दिया आपने

स्वतंत्रता दिवस की अग्रिम शुभकामनाएं

हैपी ब्लॉगिंग

डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali) ने कहा…

वन्दे मातरम कहते जाओ ..........वन्दे मातरम कहते जाओ ................वन्दे मातरम कहते जाओ ..............

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

शहीद की कुर्बानी को भी तुम
अपना मान बनाये जाओ

सपनों के भारत के नाम पर
जनता का शोषण किये जाओ

सत्य को कहती बहुत सुन्दर रचना ...अब सत्य कड़वा है तो क्या करें ?

मनोज कुमार ने कहा…

ड़वा सच बयान कर दिया और सोचने पर मजबूर कर दिया आपने!
जय हिन्द!

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

देश का मार्मिक सत्य।

nilesh mathur ने कहा…

बहुत सुन्दर, स्वतन्त्रता दिवस की शुभकामना!

sanu shukla ने कहा…

वन्दे मातरम कहते जाओ
आस्तीनों में साँप पाले जाओ...

aaj to jaha dekho bas sanp hi sanp najar aa rahe hai..!!

राजभाषा हिंदी ने कहा…

आपको और आपके परिवार के सभी सदस्यों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई।

Akshitaa (Pakhi) ने कहा…

बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति ..मुझे तो पसंद आई.
________________
स्वतंत्रता दिवस की बधाइयाँ..!!

shikha varshney ने कहा…

बस वंदे मातरम कहते जाओ .

CS Devendra K Sharma "Man without Brain" ने कहा…

bade hi aakrosh me likhi gai rachna.....

vande maatram!!!

अरुण चन्द्र रॉय ने कहा…

वंदना जी स्वतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामना.. गहरे कटाक्ष भरी आपकी रचना आज के समाज और उसके प्रतिनिधियों को आइना दिखा रही है.. सुंदर प्रस्तुति..

Urmi ने कहा…

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Urmi ने कहा…

स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आप एवं आपके परिवार का हार्दिक अभिनन्दन एवं शुभकामनाएँ !

#vpsinghrajput ने कहा…

बहुत सुन्दर रचना

ASHOK BAJAJ ने कहा…

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आपको बहुत बहुत बधाई .कृपया हम उन कारणों को न उभरने दें जो परतंत्रता के लिए ज़िम्मेदार है . जय-हिंद

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

बन्दी है आजादी अपनी, छल के कारागारों में।
मैला-पंक समाया है, निर्मल नदियों की धारों में।।
--
मेरी ओर से स्वतन्त्रता-दिवस की
हार्दिक शुभकामनाएँ स्वीकार करें!
--
वन्दे मातरम्!

ASHOK BAJAJ ने कहा…

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आपको बहुत बहुत बधाई .कृपया हम उन कारणों को न उभरने दें जो परतंत्रता के लिए ज़िम्मेदार है . जय-हिंद

वन्दना अवस्थी दुबे ने कहा…

स्वाधीनता दिवस पर हार्दिक शुभकामानाएं.

HBMedia ने कहा…

बहुत सुन्दर रचना

समयचक्र ने कहा…

सुन्दर रचना,
स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं

शोभना चौरे ने कहा…

बिलकुल सही कहा है आपने |

Rajeysha ने कहा…

वंदना जी, आज लगा कि‍ आप मूड में हैं।

vijay kumar sappatti ने कहा…

bahut hi kaduwa hai , lekin sach kaha hai .. shabdo ka chayan , bahut mushkil tha , lekin , aapki kaavay shaila ka kya kahna

दिगम्बर नासवा ने कहा…

आज के भ्रष्ट नेताओ का सजीव चित्रण है ......