स्वागत तो आपको करना ही पडेगा
विगत के भय , संशयों और आशंकाओं को त्याग कर
क्योंकि विगत की कहीं ना कहीं की गयी
उपेक्षा ही कारण होती है
आगत के दर्शन का
आगत के शोक का
आगत के भय का
और इस बार त्यागना है उन आशंकाओं की मशालों को
जिनसे भयभीत हम करते हैं बीजारोपण
आने वाले कल में उन बीजों का
जिनकी कोई शक्ल नहीं होती
मगर हम खींच देते हैं तस्वीर
और फिर करते हैं स्यापा ये जाने बिना
निर्माता हैं हम खुद ही उस तस्वीर के
जनक हैं उस शिशु के जिसका जन्म
हमारी ही नपुंसकता से हुआ है
और ये सिलसिला यूँ ही चलता रहा था और चलता रहेगा
जब तक नहीं होंगे हम मुक्त
अपनी ही आशंकाओं के बादलों से
और नहीं करेंगे स्वागत आगत का
हर्षमिश्रित मुस्कानों और मीठी ज़ुबानों से
आओ करें आहवान एक खुशगवार कल का ............
नववर्ष 2014 सभी के लिये मंगलमय हो ,सुखकारी हो , आल्हादकारी हो …………
विगत के भय , संशयों और आशंकाओं को त्याग कर
क्योंकि विगत की कहीं ना कहीं की गयी
उपेक्षा ही कारण होती है
आगत के दर्शन का
आगत के शोक का
आगत के भय का
और इस बार त्यागना है उन आशंकाओं की मशालों को
जिनसे भयभीत हम करते हैं बीजारोपण
आने वाले कल में उन बीजों का
जिनकी कोई शक्ल नहीं होती
मगर हम खींच देते हैं तस्वीर
और फिर करते हैं स्यापा ये जाने बिना
निर्माता हैं हम खुद ही उस तस्वीर के
जनक हैं उस शिशु के जिसका जन्म
हमारी ही नपुंसकता से हुआ है
और ये सिलसिला यूँ ही चलता रहा था और चलता रहेगा
जब तक नहीं होंगे हम मुक्त
अपनी ही आशंकाओं के बादलों से
और नहीं करेंगे स्वागत आगत का
हर्षमिश्रित मुस्कानों और मीठी ज़ुबानों से
आओ करें आहवान एक खुशगवार कल का ............
नववर्ष 2014 सभी के लिये मंगलमय हो ,सुखकारी हो , आल्हादकारी हो …………
8 टिप्पणियां:
सभी मित्रों को वर्ष २०१३ की विदाई के लिये वधाई ! सभी के जीवन में नव वर्ष बहार बन कर आये!!
रचना में गंभीरता के साथ साथ एक अंतर्निहित पीड़ा भी है !!
मेरे ब्लोगों "प्रसून" व 'साहित्य प्रसून' मवं विगत वर्ष की विदाई' में आप का स्वागत है !!
सभी मित्रों को वर्ष २०१३ की विदाई के लिये वधाई ! सभी के जीवन में नव वर्ष बहार बन कर आये!!
रचना में गंभीरता के साथ अंतर्निहित पीड़ा भी है !!
!! मेरे ब्लोगों "प्रसून" व 'साहित्य प्रसून' मवं विगत वर्ष की विदाई' में आप का स्वागत है !!
सभी मित्रों को वर्ष २०१३ की विदाई के लिये वधाई! सभी के जीवन में नव वर्ष बहार बन कर आये!!
रचना में गंभीरता के साथ साथ अंतर्निहित पीड़ा भी निहित है !!
मेरे ब्लोगों "प्रसून" व 'साहित्य प्रसून' मवं विगत वर्ष की विदाई' में आप का स्वागत है !!
आगत का स्वागत...
इस परंपरा का निर्वहन तो करना ही होगा!
नव वर्ष की अनंत शुभकामनाएं!
बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
--
गये साल को है प्रणाम!
है नये साल का अभिनन्दन।।
लाया हूँ स्वागत करने को
थाली में कुछ अक्षत-चन्दन।।
है नये साल का अभिनन्दन।।...
--
नवल वर्ष 2014 की हार्दिक शुभकामनाएँ।
हो जग का कल्याण, पूर्ण हो जन-गण आसा |
हों हर्षित तन-प्राण, वर्ष हो अच्छा-खासा ||
शुभकामनायें आदरणीया
नव आशा जगाती सुंदर पंक्तियाँ
सुंदर रचना !
नव वर्ष शुभ हो !
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