मैं कुछ पल का ब्लॉगर हूँ
कुछ पल की मेरी पोस्टें हैं
कुछ पल की मेरी हस्ती है
कुछ पल की मेरी ब्लॉगिंग है
मैं कुछ पल ...........................
मुझसे पहले कितने ब्लॉगर
आये और आकर चले गए ,चले गए
कुछ झंडे गाड़कर चले गए
कुछ ठोकर खाकर चले गए,चले गए
वो उस पल की ब्लॉगिंग का हिस्सा थे
मैं इस पल की ब्लॉगिंग का हिस्सा हूँ
कल तुमसे जुदा हो जाऊँगा
जो आज तुम्हारा हिस्सा हूँ
मैं कुछ पल .........................................
कल और आयेंगे ब्लॉगिंग की
नयी ऊँचाइयाँ छूने वाले
हमसे बेहतर कहने वाले
तुमसे बेहतर पढने वाले
कल कोई किसी को याद करे
क्यूँ कोई किसी को याद करे
मसरूफ ज़माना ब्लॉगिंग के लिए
क्यूँ वक़्त अपना बरबाद करे
मैं कुछ पल ........................
28 टिप्पणियां:
आपकी इस पोस्ट के लिये आपको सलाम करता हूँ ।
:):):) ...बढ़िया पैरोडी बनायीं है...यथार्थ को कहती हुई..
पैरोडी बहुत बढ़िया रही!
गंगा मैया में जब तक के पानी रहे
आपके ब्लॉग तब तक रवानी रहे
वाह ! वाह ! क्या बात है !
ये गाना किसपे फिल्माया जायेगा ... ? :)
hahaha mast
हाहाहा बहुत ही मजेदार...सच है
मसरूफ ज़माना ब्लॉगिंग के लिए
क्यूँ वक़्त अपना बरबाद करे
hee hee hee ...मस्त है
कभी कभी मेरे दिल में ख्याल आता है .
कि जैसे ब्लोगिंग को बनाया गया है मेरे लिए ...हा हा ह आहा हा .
वंदना जी मजा आ गया। सच कहूं तो बहुत सुकून मिला। क्योंकि पिछले दो तीन दिन से ब्लागिंग के इस दीवाने को बहुत पत्थ्ार और गालियां मिल रहीं थीं,ब्लागिंग की एक गली में। दीवाने को पता नहीं था कि वहां दीवाने से नफरत करने वाले रहते हैं। खैर आ गया लहुलुहान होकर। अब आपकी यह पैरोडी पढ़कर तो लगा कि आइना ही देख लिया। पर दीवाना ब्लागर हूं तो कुछ कहे बिना मानूंगा नहीं-
तो सुनिए-
ब्लागजलों का दिल जला के,क्या मिलेगा ब्लागरुबा,
ब्लाग ने तेरे ब्लाग से मेरे जाने क्या क्या कह दिया।
और भी बहुत पैरोडी आ रही हैं। पर औरों को भी मौका मिले अपनी प्रतिभा दिखाने का। इसलिए अभी एक ही बहुत है।
बढिया है ...पिक्चर का नाम है ...अभी अभी ...
पैरोडी अच्छी लगी ......आभार !!
मैं हरपल का टिप्पाकार हूं
हर पल हमें टिपियानी है
टिप्प्णी मेरी सस्ती है
इसको खूब लुटानी है।
:) ये भी खूब रही....
बहुत सुन्दर पैरोडी पर सिर्फ पैरोडी नहीं वरन ब्लागिंग दर्शन भी है ये
वन्दना जी पैरोडी बहुत अच्छी लगी |
आशा
आपका यह अंदाज़ भी भाया !
ब्लाग जगत के लिये बहुत अच्छी पैरोडी ।
वाह क्या पैरोडी है.. दिल खुश हो गया.. ये ब्लॉग्गिंग का सिलसिला है.. :)
वंदना जी बहुत नाइंसाफी है
बिना टिप्पणियों की महिमा का जिक्र किए
ब्लॉगर गीत/पैरोडी/गाना कैसे पूरा हो गया
टिप्पणी का ब्लॉग जगत में अहम रोल है
बिना टिप्पणी के काहे की ब्लॉगिंग।
जो सहमत न हों, वे अपनी पोस्टों के टिप्पणी बॉक्स को सदैव के निष्क्रिय करने की महान कृपा करें।
ब्लॉग्गिंग पर परोडी के बहाने आपने जीवन दर्शन दे दिया है .. मुझे तो गंभीर पेरोडी लग रही है !
bdhiya perodi hai
आपके कितने रंग देखने को मिल रहे हैं
कभी आप हंसाती है तो कभी रूलाती भी है
अभी बोलता हूं यश चोपड़ा को
शायद उनकी नई फिल्म में यह गाना फिट हो जाए
मजेदार है.
हा.हा.हा.हा.हा.हा.हा.हा.हा.
अब एक परोडी ये भी...
तुम अगर साथ देने का वादा करो..
मैं यूँ ही मस्त नगमे सुनाता रहू..
गजब की पैरोडी है ये...!!
सही बात्65 है शायद हम भी जाने वाले हैं। धन्यवाद।
बढ़िया है....लेकिन लिंग-भेद क्यों किया आपने मसलन आपको लिखना चाहिए था-"मैं कुछ पल की ब्लॉगर हूँ.."
वाह ! वाह ! क्या बात है !
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