वैलेन्टाइन के बहाने से
आशिकी झाड़ने वालों
बच के रहना
जिस दिन कोई
सिरफिरी टकरा जाएगी
आशिकी की सारी
भूतनियाँ उतार जाएगी
जेब के पैसे जब
डकार जाएगी
तब घरवाली भी
हाथ से निकल जाएगी
वैलेन्टाइन की माला
जपने वाले एक बार में ही
तेरा वैलेन्टाइन मना जाएगी
फिर हर औरत में तुम्हें
माँ , बहन ही नज़र आएगी
तेरी आशिकी की फूलझड़ी में
कंगाली का बम लगा जाएगी
इस बार की होली में
अपनी दिवाली और
तेरा दिवाला निकाल जाएगी
दोस्तों आज ये पोस्ट दोबारा लगा रही हूँ ........क्यूंकि आज के दिन पर
फिट बैठती है .......पढ़िए और एन्जॉय कीजिये
और एक रंग ये भी देखिये प्रेम दिवस का
चलो हमने प्रेम दिवस माना लिया
प्यार का कैसा खुमार छाया
देखो देखो प्रेम दिवस आया
सुबह ट्वीट किया छैला ने
बनोगी लैला मेरी एक दिन के लिए
जवाब में लैला का मोबाइल खनखनाया
और दोपहर तक तो प्रेम ने अपना रंग दिखाया
शाम को क्लब में मिलने का प्रोग्राम बनाया
कुछ गुलाब, कुछ चौकलेट और कुछ गिफ्ट्स ने
अपना रंग दिखाया
रात होते- होते तो खुमार दिल से जिस्म तक छाया
प्रेम का आदान - प्रदान किया
और बारह बजते - बजते तक तो
सारा नशा हवा हुआ
फिर तू कौन मैं कौन का चलन हुआ
तू मेरी वैलेन्टाइन मैं तेरा वैलेन्टाइन का नशा हिरन हुआ
अब मिले फिर ना मिलेंगे का वादा किया
चलो हमने प्रेम दिवस माना लिया
कह दिल को सुकून दिया ............:)
और एक रंग ये भी देखिये प्रेम दिवस का
चलो हमने प्रेम दिवस माना लिया
प्यार का कैसा खुमार छाया
देखो देखो प्रेम दिवस आया
सुबह ट्वीट किया छैला ने
बनोगी लैला मेरी एक दिन के लिए
जवाब में लैला का मोबाइल खनखनाया
और दोपहर तक तो प्रेम ने अपना रंग दिखाया
शाम को क्लब में मिलने का प्रोग्राम बनाया
कुछ गुलाब, कुछ चौकलेट और कुछ गिफ्ट्स ने
अपना रंग दिखाया
रात होते- होते तो खुमार दिल से जिस्म तक छाया
प्रेम का आदान - प्रदान किया
और बारह बजते - बजते तक तो
सारा नशा हवा हुआ
फिर तू कौन मैं कौन का चलन हुआ
तू मेरी वैलेन्टाइन मैं तेरा वैलेन्टाइन का नशा हिरन हुआ
अब मिले फिर ना मिलेंगे का वादा किया
कह दिल को सुकून दिया ............:)
28 टिप्पणियां:
प्यार का अहसास..सब दिन एक समान !
प्रेम-दिवस या आशिकी भूत दिवस :-) बढिया चेतावनी :-)))))
शुभकामनाएँ!
padm singh dwara ::::::
Padm Singh कृपया मेरा कमेन्ट ब्लॉग तक पहुंचा दिया जाय... मै ब्लॉग खोल नहीं पा रहा हूँ
Padm Singh हम डर रहे हैं सारे मज़े वे मना रहे हैं
मस्ती मे मगन वैलेंटाइन डे मना रहे हैं
वो लोग जो बहका रहे हैं प्रेम वेम से
हम जानते हैं वो हमें उल्लू बना रहे हैं
आपकी फुलझड़ी ने अच्छी झाड लगाई आशिकों की...
:-)
:):)
bAS MAJA AA GAYA PADHKAR :)
वाह ... बहुत खूब ।
कल 15/02/2012 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है !
क्या वह प्रेम नहीं था ?
धन्यवाद!
:-))))
:) मस्त -
बहुत अच्छे !
हा हा हा क्या फुलझड़ी है .
प्यार की खुबसूरत अभिवयक्ति........
बहुत आनंद आया आपकी रचना पढ़ कर...वाह
नीरज
maja aa gaya .
waah bahut badhiyaa vandana jee.
बेहतरीन पोस्ट .विस्तृत कवरेज समीक्षित विषय वस्तु.का .प्रासंगिक पोस्ट वेलेंताइनों को पानी पिलाती .कृपया फुलझड़ी कर लें 'फूलझड़ी 'के स्थान पर .
ये फुलझड़ियाँ कहाँ बम पटाखे हैं :)
हा हा हा हा, क्या खबर ली है..
लेकिन हम तो गब्बर के शब्दों में यही कहेंगे कि ..जो डर गया,समझो मर गया।
और यह भी जो्ड़ दें कि ...जो डटा रहा,समझो तर गया।
uff har baat ka jabab hota hai aapke passs:))
waise ye fuljhariyan nahi bomb hain...
हाहा ..क्या खूब लिखा है
सही कहा ...
बहुत खूब! मजा आ गया...
Apki chetaavni padh kar hum to bache bache phir rahe hain .. :D
bahut sundar rachna :)
palchhin-aditya.blogspot.in
सावधान.............
wah kya baat hai aanand aaya.
badhai
rachana
यह फूल झड़ी तो गजब की है.
आखिर वंदना जी ने जो छोड़ी है.
बच के रहना रे बाबा बच के रहना रे.
चेतावनी और मधुर एहसास ... दोनों साथ साथ ...
बेमिसाल ...
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