आओ मिलाऊँ सबको मै
गुडिया इंग्लिशतान से
रहन सहन आचार वि्चार मे
जिसके बसता हिन्दुस्तान है
इंग्लिशतान से आयी वो
मगर हिंदी ना भूल पायी जो
रुसी , अंग्रेजी , हिंदी सब भाषाओं का
जिसको ज्ञान है
पर सबसे ऊपर अपनी
हिन्दुस्तानी जबान है
खुशदीप सहगल, सर्जना शर्मा, गीताश्री ने
शिखा वार्ष्णेय से मिलने को
प्रेस क्लब मे ब्लोगर मीट कराई है
राकेश कुमार और राजीव तनेजा
सपत्नीक पधारे थे
उसमे हमने भी अपने हाथ आजमाये थे
मीठी वाणी ने सबके मन को मोहा था
प्रेम भरी वाणी ही सब ब्लोगर का तोहफ़ा था
बातों की सबने खूब
धमाचौकडी मचाई थी
खाने पीने के लिए
पेट भी किराये पर मंगवाये थे
जितना खाया उतना ही
बैठकर वार्तालाप किया
राजनीति से लेकर
घर दुनिया तक
सब पर विचारों का आदान प्रदान किया
अब कैसे कह दें ये दुनिया आभासी है
जब विदेशी धरतीवासी
भारतीय भी मिलन को आये थे
दूरी का ना कोई महत्त्व रहा
सिर्फ़ स्नेह का ही आदान प्रदान हुआ
हंसी खुशी शुभकामनाओं संग
शिखा जी को विदा किया
प्रेम के नाते बने रहें
ब्लोगर मीट होती रहे
ब्लोगिंग आगे बढती रहे
यही कामना करते हैं
चलो दोस्तों अब हम भी विदा लेते हैं।
गुडिया इंग्लिशतान से
रहन सहन आचार वि्चार मे
जिसके बसता हिन्दुस्तान है
इंग्लिशतान से आयी वो
मगर हिंदी ना भूल पायी जो
रुसी , अंग्रेजी , हिंदी सब भाषाओं का
जिसको ज्ञान है
पर सबसे ऊपर अपनी
हिन्दुस्तानी जबान है
खुशदीप सहगल, सर्जना शर्मा, गीताश्री ने
शिखा वार्ष्णेय से मिलने को
प्रेस क्लब मे ब्लोगर मीट कराई है
राकेश कुमार और राजीव तनेजा
सपत्नीक पधारे थे
उसमे हमने भी अपने हाथ आजमाये थे
मीठी वाणी ने सबके मन को मोहा था
प्रेम भरी वाणी ही सब ब्लोगर का तोहफ़ा था
बातों की सबने खूब
धमाचौकडी मचाई थी
खाने पीने के लिए
पेट भी किराये पर मंगवाये थे
जितना खाया उतना ही
बैठकर वार्तालाप किया
राजनीति से लेकर
घर दुनिया तक
सब पर विचारों का आदान प्रदान किया
अब कैसे कह दें ये दुनिया आभासी है
जब विदेशी धरतीवासी
भारतीय भी मिलन को आये थे
दूरी का ना कोई महत्त्व रहा
सिर्फ़ स्नेह का ही आदान प्रदान हुआ
हंसी खुशी शुभकामनाओं संग
शिखा जी को विदा किया
प्रेम के नाते बने रहें
ब्लोगर मीट होती रहे
ब्लोगिंग आगे बढती रहे
यही कामना करते हैं
चलो दोस्तों अब हम भी विदा लेते हैं।