चाहे खुद को मिटा देंगे
मगर दिल ना किसी का दुखायेंगे
जब ये वादा खुद से कर लेते हैं
दो घूँट ज़िन्दगी के पी लेते हैं
उसके चेहरे की हँसी के लिये
अपने स्वाभिमान को छोड जब
दोस्त के लिये झुक लेते हैं
दो घूँट ज़िन्दगी के पी लेते हैं
फिर चाहे घुट घुट कर जी लेंगे
अपने उसूलों से भी लड लेंगे
जुबाँ पर ना लाने का जब इरादा कर लेते हैं
दो घूँट ज़िन्दगी के पी लेते हैं
7 टिप्पणियां:
जल्दबाजी मेँ लिखी और पोसट की गई लगती है....आपके स्तर के अनुसार नहीँ लगी
आपकी उत्कृष्ट प्रस्तुति बुधवारीयचर्चा मंच पर ।।
excellent .....abhiwayakti vandna jee ye sabhi nahi kar paate ....
किसी को जीवन में ऐसे घूँट पी के दूसरे की खुशियाँ मिल सकें जो ऐसे घूँट पीने में कोई बुराई नहीं ...
सच है, वैष्णवजन बन जायें।
शूट नहीं कर रहा आपके साथ :D
आप तो कई बार दिल दुखाने वाली बातें कहती हैं :)
@Mukesh Kumar Sinha ha ha ha ......baabhu shoot se dar nahi lagta bachne se lagta hai :)
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