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बुधवार, 26 अक्टूबर 2011

सिर्फ एक आत्मदीप जला लिया है……350 वीं पोस्ट












उमंगों का हर दीप अब बुझा दिया है

सिर्फ एक आत्मदीप जला लिया है 


 यहाँ ना पाया कोई अपना

सब जगत है इक बुरा सपना

जिसे भी जाना हमने अपना

उसने ही दिया है हमको धोखा

अँधेरे ने पाँव यूँ फैलाए

हमें ना दिखे उजालों के साये

एक मुट्ठी में अँधियारा घना है

दूजी में उजियारा भरा है

कुछ पाने को कुछ खोना होगा

मिथ्या जगत को छोड़ना होगा

तभी आत्मदीप प्रज्ज्वलित होगा 

और वो ही सार्थक दीपोत्सव होगा

32 टिप्‍पणियां:

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

बहुत सुन्दर भाव ...

दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

सार्थक पहल करनी होगी।

Yashwant R. B. Mathur ने कहा…

आपको सपरिवार दीपावली की हार्दिक शुभ कामनाएँ!

सादर

Unknown ने कहा…

दिवाली के दिए की रौशनी दूर तक दिलों में उजाला करने में सक्षम है,आस पास बिखरी उजाले की किरण को दूलों में प्रवेश करने की देरी है. बेहद सुन्दर काव्य. आपको एवं आपके परिवार को दीपावाली की हार्दिक शुभ कामनाएं.

अनुपमा पाठक ने कहा…

350वीं पोस्ट के लिए बधाई!
आत्मदीप रौशन रहे!

रश्मि प्रभा... ने कहा…

बिल्कुल सही... शुभकामनायें

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

350वीं पोस्ट की बहुत बधाई हो!
साथ ही-
आपको और आपके पूरे परिवार को दीपावली की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!

संगीता पुरी ने कहा…

सही है ..
.. आपको दीपपर्व की असीम शुभकामनाएं !!

मनोज कुमार ने कहा…

मन उजियारा तो जग उजियारा।
350वीं पोस्ट की बधाई और आगे भी लिखें लिखते रहें नई ऊंचाइयों को छुएं इसकी शुभकामाना।

Atul Shrivastava ने कहा…

दीप पर्व की आपको और आपके परिवार को शुभकामनाएं...

Girish Kumar Billore ने कहा…

दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ

सूर्यकान्त गुप्ता ने कहा…

भावपूर्ण रचना…दीपोत्सव के चौथे दिन "गोवर्धन पूजा" की बहुत बहुत बधाई।

सुरेन्द्र "मुल्हिद" ने कहा…

bahut hee saarthak post ke saath aapne 350th post ka anaavran kiyaa aur diwali ki shubhkaamnaaein aapko...!!

बेनामी ने कहा…

बहुत सुन्दर........सही मायनो में तो यही दीप जल जाये तो रास्ता सुगम हो जाता है विराट से जुड़ जाने का............हैट्स ऑफ इस पोस्ट के लिए आपको|

विभूति" ने कहा…

सफल प्रयास.... सुन्दर अभिवयक्ति.... शुभ दिवाली....

mridula pradhan ने कहा…

kya gahan abhivyakti hai.....maan gaye.

डॉ. दिलबागसिंह विर्क ने कहा…

आपकी पोस्ट आज के चर्चा मंच पर प्रस्तुत की गई है
कृपया पधारें
चर्चा मंच-680:चर्चाकार-दिलबाग विर्क

वीना शर्मा ने कहा…

दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें!

Human ने कहा…

भावपरक कविता
आपको दीपावली एवं नववर्ष की सपरिवार ढेरों शुभकामनाएं !

दिगम्बर नासवा ने कहा…

३५० पोस्ट की बधाई ...
सुन्दर भाव लिए ... दीपावली की मंगल कामनाएं ...

संजय भास्‍कर ने कहा…

350वीं पोस्ट की बधाई
आपको और आपके प्रियजनों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें….!

संजय भास्कर
आदत....मुस्कुराने की
नई पोस्ट पर आपका स्वागत है
http://sanjaybhaskar.blogspot.com

M VERMA ने कहा…

आत्मदीप ही सार्थक दीप है

Dr.NISHA MAHARANA ने कहा…

very expressive.

Ramakant Singh ने कहा…

झिलमिलाती, जगमगाती पोस्‍ट.

Anita ने कहा…

बहुत सुंदर ! मन में जला आत्मा का दीपक जीवन की हर राह को प्रकाशित कर जाता है...

मेरे भाव ने कहा…

सुन्दर कविता... ३५०वि पोस्ट की हार्दिक बधाई... आप हजारों रचनाएँ लिखे यही कामना है...

गिरिजा कुलश्रेष्ठ ने कहा…

सृजन-प्रवाह यूँ ही अनवरत चलता रहे । बधाई व दीपावली की मंगल-कामनाएं

Maheshwari kaneri ने कहा…

सुन्दर भाव..३५९वी पोस्ट की बधाई..

Kailash Sharma ने कहा…

350वीं पोस्ट की हार्दिक बधाई...आत्मदीप का प्रकाश ही सच्चा प्रकाश है..बहुत सुन्दर

अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com) ने कहा…

आत्मदीप जल गया
जीवन हो सफल गया

दीपोत्सव की हार्दिक शुभकामनायें....

Suman Dubey ने कहा…

वन्दना जी नमस्कार, सुन्दर भाव उम्मीदों का-----मेरे ब्लाग पर भी आपका स्वागत है।

rashmi ravija ने कहा…

बहुत ही सुन्दर भाव..
350वीं पोस्ट की बधाई